संभल हिंसा- घरों से पथराव हो रहा था और हम हाथ जोड़े खड़े रहते... पुलिसवालों को गोली लगने पर भड़के कमिश्नर

संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद सर्वे को लेकर भयंकर बवाल के बाद विवाद खड़ा है। प्रशासन के स्तर से दावा किया जार रहा है कि सर्वे के दौरान टीम और पुलिस को घेरकर हमला किया गया। हिंसा में पुलिसकर्मी और कई अधिकारी घायल हो गए। कुछ अधिकारियो

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संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद सर्वे को लेकर भयंकर बवाल के बाद विवाद खड़ा है। प्रशासन के स्तर से दावा किया जार रहा है कि सर्वे के दौरान टीम और पुलिस को घेरकर हमला किया गया। हिंसा में पुलिसकर्मी और कई अधिकारी घायल हो गए। कुछ अधिकारियों को गोली भी लगी है। बवाल के बीच अब तक तीन लोगों की मौत होने की सूचना भी मिली है। मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि कुछ लोगों ने साजिश के तहत घटना को अंजाम दिलवाया है। इसमें छोटे बच्चे और महिलाओं को आगे किया गया। वहीं घरों के अंदर से भी पत्थरबाजी हो रही थी। उन्होंने कहा कि किसी घर से लगातार पथराव होगा तो हम हाथ जोड़कर खड़े रहेंगे क्या?
मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि चार पुलिस अधिकारी, 20 पुलिसकर्मी और एक डिप्टी कलेक्टर घायल हुए हैं। साथ ही संभल बवाल क्षेत्र में लोगों के घर तोड़े जाने के सवाल पर जवाब दिया। बताया कि एक जगह मैं खुद मौजूद था, घर से पत्थर चलाए जा रहे थे। अनुरोध किया गया, दरवाजा खोलिए। हालांकि उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। ऐसे में आप क्या उम्मीद करते हैं? किसी घर से पुलिस पर पत्थराव होता रहे और हम हाथ जोड़ कर खड़े रहेंगे? ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा। दरवाजा तोड़ना पड़ा तो जरूरी कार्रवाई की जाएगी।

गोली लगने से मौत नहीं हुई

मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि तीन लोगों की मौत हुई है। एक व्यक्ति का पोस्टमार्टम मुरादाबाद में हो रहा है। प्रारंभिक पड़ताल में उसकी मौत गोली लगने से होने की बात सामने नहीं आई है। दूसरे मृतक के परिजन भी पहुंच गए है। तीसरे के परिजन को सूचना दे दी गई है।

7 बजे दोनों पक्षों की मौजूदगी में सर्वे शुरू हुआ

मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया, उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरा घटना क्रम जाना। सुबह जामा मस्जिद के सर्वे के लिए डीएम और एसपी के साथ टीम कोर्ट के आदेश पर गई थी। वहां सर्वे का काम 7 बजे से शुरू हुआ। दोनों पक्षों को तब कोई आपत्ति नहीं हुई। दो घंटे बाद कुछ लोगों की भीड़ तीन तरफ से एकत्र हो गई। तब तक पुलिस ने हालात काबू कर रखे थे।

अचानक गलियों से हमला करने निकल आए लोग

उन्होंने बताया कि कुछ ही देर में किसी तीसरे पक्ष या खास वर्ग ने पत्थराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें पीछे कर दिया। तभी सर्वे पूरा कर टीम बाहर आ रही थी। इसी दौरान काफी संख्या में भीड़ आ गई और उकसावे के साथ पत्थराव शुरू कर दिया। गालियों से काफी लोग आए। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस, रबर गन का इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने उन्हीं के पत्थर वापस फेंककर हालात पर काबू करने का प्रयास किया। हालांकि सामने से किसी ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस को ऐसा होने का बिल्कुल अंदाजा नहीं था।

25 पुलिसकर्मी और एसडीएम घायल

मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया, पत्थराव में महिला एसडीएम अधिकारी के पैरे में फ्रैक्चर हो गया और वो गिर गईं। पुलिस अधीक्षक के पीआरओ को पैर में गोली लगी। सीओ सीटी को छर्रे लगे हैं। एक पुलिसकर्मी के सिर में गंभीर चोट आई। 20 से 25 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दूसरी तरफ भी दो-तीन लोग गिर गए। एक बच्चे की बॉडी की फोटो काफी वायरल हो रही, वो तो आप सबने देखा होगा।

मस्जिद की सुरक्षा का कोई खतरा नहीं

उन्होंने बताया कि भीड़ को तेजी से खदेड़ा गया। इसके बाद भीड़ नखासा पहुंच गई। इस जगह मैंने (आंजनेय कुमार सिंह) और डीआईजी ने भीड़ को बेवजह पत्थराव करने से चिल्ला-चिल्लाकर रोकने का प्रयास किया। नखासा में पत्थराव करने की कोई वजह नहीं थी। लोगों से कहा गया कि अपना भविष्य खराब न करें। 15 से 25 साल के बच्चों और महिलाओं को पत्थराव के लिए आगे किया गया। ये सब खुद को मस्जिद की सुरक्षा में सामने आने की बात कह रहे थे। तब उन्हें बताया गया कि यहां सिर्फ मस्जिद का सर्वे किया जा रहा है। ऐसे में मस्जिद की सुरक्षा पर खतरा का सवाल नहीं है।

जामा मस्जिद पर भीड़ को भेजा गया

उन्होंने कहा कि संभल के बवाल वाले क्षेत्र में फोर्स तैनात कर दी गई है। मामले में जांच की जा रही है। किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा। जामा मस्जिद के सामने किसी के एकत्र होने की जरूरत नहीं थी। सर्वे के दौरान केवल दोनों पक्ष और इमाम साहब का काम था। अदालत का आदेश था, वहां जानबूझकर लोगों को भेजा गया था। उन्होंने कहा कि बवाल के वक्त नजाम का समय भी नहीं था। कुछ लोगों ने शहर (संभल) को आग में झोंकने का काम किया है। इन्हें नहीं छोड़ा जाएगा।

किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी

उन्होंने कहा कि एक पक्ष ने मंदिर और एक पक्ष ने मस्जिद होने का दावा किया था। हालांकि इसके बाद भी किसी पक्ष ने ये नहीं कहा था कि हम आक्रोशित होकर आक्रामक कदम उठा लेंगे। हमारा एक दूसरे पर भरोसा था, अब ये टूटा है तो उसके हिसाब से ही कार्रवाई करेंगे। सीसीटीवी कैमरे की रेकॉर्डिंग एकत्र की जा रही है। जांच के बाद किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं की जाएगी।

संभल मामले में पुलिस-प्रशासन लेगा तगड़ा एक्शन

मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने पत्थरबाजों के घरों पर पुलिस की कार्रवाई को सही ठहराया है। उन्होंने मीडिया से वार्ता में स्पष्ट किया कि पुलिस और प्रशासन हाथ जोड़कर खड़ा नहीं रह सकता था। साथ ही उन्होंने साफ कर दिया है कि आगे दोषियों को तलाश कर सख्त कार्रवाई की तैयारी चल रही है।

संभवता इस मामले में योगी सरकार का भी यूपी पुलिस और प्रशासन का पूरा सपोर्ट मिल रहा है। वहीं चर्चा है कि सीएम योगी संभल हिंसा को हल्के में नहीं लेंगे। पुलिस-प्रशासन की रिपोर्ट मिलते ही कोई बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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